हापुड़ : मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर फर्राटा भरने के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। शनिवार को हुई बारिश ने एक बार फिर निर्माण कार्य की गति पर ब्रेक लगा दिए हैं। हालांकि रविवार को तेज धूप निकलने के चलते शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना हैं। लेकिन, यदि मौसम ने दोबारा करवट ली तो निर्माण कार्य पर लंबे समय के लिए ग्रहण कर लग सकता हैं। वर्तमान में श्यामपुर ददायरा रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का कार्य चल रहा है। इस आरओबी का कार्य पूरा होने के बाद ही निर्माणाधीन हाईवे पर सुंदरीकरण का कार्य शुरू हो सकेगा।
बदलते मौसम के कारण मेरठ-बुलंदशहर हाईवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बना है। लगभग 64 किमी लंबे इस हाईवे के निर्माण कार्य का शिलान्यास सितंबर 2016 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुलंदशहर जनपद में किया था। यह हाईवे हापुड़ से होता बुलंदशहर और मेरठ दोनों जनपदों को जोड़ेगा। हापुड़ स्थित ततारपुर से मेरठ की ओर अभी कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। हापुड़ से मेरठ के बीच 32 किलोमीटर के टुकड़े पर कार्य चल रहा हैं। हालांकि शनिवार को बारिश के कारण निर्माण कार्य रुक गया हैं। हापुड़ से मेरठ के बीच फफूंडा, खरखौदा और कैली में तीन बाइपास दिए हैं। जिसमें फफूंडा और खरखौदा के बाइपास का काम पूरा होने के बाद यातायात चालू कर दिया गया है। बता दें कि एनएचएआइ के अधिकारियों का दावा किया था कि फरवरी माह तक निर्माण कार्य संपूर्ण कर लिया जाएगा। लेकिन, श्यामपुर ददायरा रेलवे फाटक पर चल रहा ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। शेष निर्माण को देखते हुए 15 मार्च तक कार्य पूर्ण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
सुंदरीकरण का कार्य है शेष
निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण निर्माणाधीन हाईवे पर सुंदरीकरण का कार्य भी रुका हुआ है। मेरठ से हापुड़ के बीच मात्र आधा किमी रोड पर स्ट्रीट लाइट लग सकी है। श्यामपुर ददायरा रेलवे फाटक पर आरओबी का कार्य पूर्ण होने के कारण हाईवे पर स्ट्रीट लाइट लगने की संभावना है।
हापुड़ के जाम पर पड़ेगा असर
मेरठ से बुलंदशहर हाईवे के शुरू होने पर नगर के तहसील चौराहे जाम से मुक्त हो सकेंगे। बुलंदशहर और दिल्ली की ओर से आने वाले भारी वाहन अभी आंबेडकर तिराहे से होकर गुजरते हैं, लेकिन हाईवे शुरू होने के बाद उन्हें बाइपास से ततारपुर की ओर डायवर्ट कर मेरठ रोड पर भेजा जाएगा। नगर के हल्के मोटर वाहन भी ततारपुर बाइपास से मेरठ की ओर जा सकेंगे। इससे तहसील चौराहा और आंबेडकर तिराहे पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा।
परियोजना पर एक नजर
- वर्ष 2016 में निर्माण कार्य का हुआ शिलान्यास।
- 886 करोड़ में होगा निर्माण।
- मार्च 2020 तक कार्य पूर्ण होने की संभावना।
- 64 किलोमीटर का होगा सुहाना सफर।
क्या कहते हैं एनएचआइ के अधिकारी :
मेरठ-बुलंदशहर हाईवे निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। एनजीटी द्वारा कार्य पर रोक लगाने के कारण तय समय में बढ़ोत्तरी हो गई। इसके अतिरिक्त बीच-बीच में बारिश होने के कारण निर्माण कार्य पर ब्रेक लग जाता है। शनिवार को हुई बारिश के कारण परेशानी हुई है। हालांकि रविवार को मौसम साफ होने से कार्य में तेजी आएगी।
- डीके चतुर्वेदी, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ