लखनऊ। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि भाजपा सरकार सभी मजहबों के हितों की रक्षा करने का काम नहीं कर रही। आजादी में सभी वर्ग के लोगों ने योगदान किया, लेकिन केंद्र सरकार एक कानून के जरिए उन्हें अलग-थलग करने की कोशिश कर रही है।
कानून के खिलाफ महिलाएं बच्चियां धरने पर बैठी हैं। देश की जनता यह बर्दाश्त नहीं करती इसलिए उसने भाजपा को सत्ता से हटाने का काम शुरू कर दिया है। राजस्थान, महाराष्ट्र से बदलाव का जो काम शुरू हुआ है, वह जल्द बिहार और यूपी में देखने को मिलेगा। शरद पवार बुधवार को रवीन्द्रालय में उप्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
किसानों की स्थिति खराब हुई : शरद पवार ने कहा कि 2004 में जब उन्होंने कृषि मंत्री का पद संभाला तो देश में गेहूं नहीं था। मजबूरी में हमें गेहूं विदेशों से
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन बुधवार को रवीन्द्रालय में आयोजित किया गया।
मंगवाना पड़ा। लेकिन मैंने ऐसी योजनाएं चलाईं, जिससे दस सालों में देश में अनाज का उत्पादन रेकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया। 2014 तक हम 18 देशों को गेहूं का निर्यात करने लगे थे। पिछले पांच सालों में किसानों की स्थिति फिर खराब हो गई है। वह आत्महत्या को मजबूर हो रहा है। खेती की लागत बढ़ रही है, लेकिन उन्हें उत्पाद का पैसा नहीं मिल पा रहा। मंगलवार को यूपी सरकार का बजट आया, लेकिन उस बजट में भी खेती और किसानों का ध्यान नहीं रखा गया। महिलाओं के साथ अपराध बढ़ा है। जो हुकूमत महिलाओं का सुरक्षा न दे पाए उसे कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है।
'महाराष्ट्र की तरह एकजुट हो विपक्ष' : एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने कहा भाजपा इसलिए जीतती आई क्योंकि अभी तक उसके आगे बिखराव था। एक विचार धारा के लोग एकजुट नहीं थे। शरद पवार में महाराष्ट्र में इस बिखराव का खत्म किया और भाजपा को हरा दिया। यूपी में भी सपा, बसपा और कांग्रेस सहित समाज विचारधारा वाले दल अलग-अलग हैं, इसलिए भाजपा जीत रही है।
यहां भी महाराष्ट्र की तरह एकजुट होना होगा। सम्मेलन में एनसीपी महिला की अध्यक्ष फौजिया खान, प्रदेश अध्यक्ष केके शर्मा राष्ट्रीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।